निभाना यहाँ पर हमें प्यार है
बनी बीच में आज दीवार है
…
रहें हम सदा प्यार से सब यहाँ
सजन ज़िंदगी का यही सार है
....
न जाने कहाँ ले चले ज़िंदगी
बिना प्यार जीना यहाँ भार है
…
खता क्या हुई रूठ हमसे गये
हुई ज़िंदगी आज बेज़ार है
....
उड़ाये पवन संग आँचल यहाँ
सुनो प्यार की मधुर झंकार है
रेखा जोशी
No comments:
Post a Comment