दिल के जज़्बात अपनी भीगी पलके छिपायें
हाल ऐ दिल अपना किसी को कैसे दिखायें
न दोगे दगा कभी माना सदा तुम्हे अपना
गैरों की क्या कहें जब अपने हुये पराये
रेखा जोशी
हाल ऐ दिल अपना किसी को कैसे दिखायें
न दोगे दगा कभी माना सदा तुम्हे अपना
गैरों की क्या कहें जब अपने हुये पराये
रेखा जोशी
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