सजन तेरी हमे जब याद आती है
ख़ुशी रह रह पिया तब गीत गाती है
....
मचल जाते यहाँ अरमान दिल में जब
सुहानी रात भी तब गुनगुनाती है
....
चले आओ पुकारें आज दिल मेरा
निशा में चाँदनी भी अब बुलाती है
....
पुकारे ज़िंदगी जी लो यहाँ हर पल
अभी तो ज़िंदगी भी मुस्कुराती है
....
खिले है फूल पल दो पल चमन में अब
बहारें आज साजन खिलखिलाती है
ख़ुशी रह रह पिया तब गीत गाती है
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मचल जाते यहाँ अरमान दिल में जब
सुहानी रात भी तब गुनगुनाती है
....
चले आओ पुकारें आज दिल मेरा
निशा में चाँदनी भी अब बुलाती है
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पुकारे ज़िंदगी जी लो यहाँ हर पल
अभी तो ज़िंदगी भी मुस्कुराती है
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खिले है फूल पल दो पल चमन में अब
बहारें आज साजन खिलखिलाती है
रेखा जोशी
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