Wednesday, 17 February 2016

लाल गुलाब सा महकता रहे जीवन तुम्हारा

लाल  गुलाब  सा   महकता रहे  जीवन तुम्हारा
खुशियों  से  सदा  चहकता  रहे  जीवन तुम्हारा
जीवन   में   तुम्हारे   सदा   आती    रहें   बहारें  
प्यार  की महक से  खिलता रहे जीवन तुम्हारा
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तकदीर  से  मिले  तुम  तो  ज़िंदगी  मिली है
तकदीर   से   हमें   जीवन   में  ख़ुशी  मिली  है
खिल खिल गये यहाँ पर  उपवन महक उठे जो
जब  खिलखिला  रही  बगिया में  कली खिली है

रेखा जोशी 

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