छंद
बयार चलती मस्त साँस में घुलती जाये
धड़के मोरा जिया , आज घर साजन आये
खिलते बगिया सुमन छटा अब उपवन छाई
अँगना आये पिया ख़ुशी घर मोरे आई
बयार चलती मस्त साँस में घुलती जाये
धड़के मोरा जिया , आज घर साजन आये
खिलते बगिया सुमन छटा अब उपवन छाई
अँगना आये पिया संग वो खुशियाँ लाये
रेखा जोशी
धड़के मोरा जिया , आज घर साजन आये
खिलते बगिया सुमन छटा अब उपवन छाई
अँगना आये पिया संग वो खुशियाँ लाये
रेखा जोशी
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