.प्यार की महक छाने लगी अब यहाँ
गुनगुनाती खुशियाँ मिली अब यहाँ
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हाथ थामें पिया का चले जा रहे
रात बगिया रही महकती अब यहाँ
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ज़िंदगी गा रही प्यार के गीत अब
मुस्कुराती बहारें खिली अब यहाँ
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दीप अब जगमगाने लगे इस राह
आज रोशन हुई ज़िंदगी अब यहाँ
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छोड़ कर आज दामन न जाना सजन
प्यार में ज़िंदगी बहकती अब यहाँ
रेखा जोशी
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हाथ थामें पिया का चले जा रहे
रात बगिया रही महकती अब यहाँ
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ज़िंदगी गा रही प्यार के गीत अब
मुस्कुराती बहारें खिली अब यहाँ
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दीप अब जगमगाने लगे इस राह
आज रोशन हुई ज़िंदगी अब यहाँ
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छोड़ कर आज दामन न जाना सजन
प्यार में ज़िंदगी बहकती अब यहाँ
रेखा जोशी
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