पल भर में यहाँ पर पत्थर बह जाते है
पल भर में यहाँ पर पहाड़ ढह जाते है
प्रलय की आंधी में खत्म हो जाता सब
प्रभु लीला को देखते ही रह जाते है
रेखा जोशी
पल भर में यहाँ पर पहाड़ ढह जाते है
प्रलय की आंधी में खत्म हो जाता सब
प्रभु लीला को देखते ही रह जाते है
रेखा जोशी
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