गीतिका
आई नन्ही परी घर में मुझे संसार मिल गया
ईश्वर का मुझे खूबसूरत उपहार मिल गया
.....
खुशियों ही खुशियों से अब भर उठा आँगन मेरा
ज़िंदगी जीने का मुझे यहाँ आधार मिल गया
खुशियों का ज़िंदगी में मुझे अब अम्बार मिल गया
……
लुभाती है मुझे उसकी प्यारी सी मुस्कुराहट
फूलों से महकता हुआ मुझे गुलज़ार मिल गया
……
उमड़ती है ममता जब खेलती गोद में मेरी
आने से उसके सारे जहाँ का प्यार मिल गया
……
रेखा जोशी
आई नन्ही परी घर में मुझे संसार मिल गया
ईश्वर का मुझे खूबसूरत उपहार मिल गया
.....
खुशियों ही खुशियों से अब भर उठा आँगन मेरा
ज़िंदगी जीने का मुझे यहाँ आधार मिल गया
...…
ठुमकती नाचती वह जब घर अंगना में मेरे खुशियों का ज़िंदगी में मुझे अब अम्बार मिल गया
……
लुभाती है मुझे उसकी प्यारी सी मुस्कुराहट
फूलों से महकता हुआ मुझे गुलज़ार मिल गया
……
उमड़ती है ममता जब खेलती गोद में मेरी
आने से उसके सारे जहाँ का प्यार मिल गया
……
रेखा जोशी
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