हर सुबह सुनहरी रश्मियाँ बिखेर देता है
हटा तम जगत को वह प्रकाशित कर देता है
हो सवार सात घोड़ों के रथ पर भानु देव
कण कण में धरा के नवजीवन भर देता है
रेखा जोशी
हटा तम जगत को वह प्रकाशित कर देता है
हो सवार सात घोड़ों के रथ पर भानु देव
कण कण में धरा के नवजीवन भर देता है
रेखा जोशी
No comments:
Post a Comment