क्षणिका
लो आ गया
फिर
शोर मचाता नव वर्ष
है करते नमस्कार
सब चढ़ते सूरज को
हैप्पी न्यू ईयर
इक दूजे को कहते
और
खुशियाँ मनाते सब लोग
दो भुला
जो बीत गया
छिपी जिसमे भी
थी एक कहानी
हमारी
रेखा जोशी
लो आ गया
फिर
शोर मचाता नव वर्ष
है करते नमस्कार
सब चढ़ते सूरज को
हैप्पी न्यू ईयर
इक दूजे को कहते
और
खुशियाँ मनाते सब लोग
दो भुला
जो बीत गया
छिपी जिसमे भी
थी एक कहानी
हमारी
रेखा जोशी
No comments:
Post a Comment