गोकुल में
यमुना के तट पर
नटखट नंदलाला
ग्वालों के संग
गेंद खेलत गोपाला
आगे आगे गेंद
भागे पीछे ग्वाले
फेंकी गेंद यमुना में
छवि नाग की देख कूद पड़े फिर यमुना में
मनमोहन कन्हैया
जा पहुंचे पाताल में
कालिया था जहाँ सोया
जा पहुंचे पाताल में
कालिया था जहाँ सोया
घमासान हुआ
फिर जल के भीतर
कालिया ने भरी जब फुंकार
कालिया ने भरी जब फुंकार
काली हो गई यमुना
रंग हुआ सांवला
कान्हा श्याम कहलाये
मर्दन कर कालिया का
वापिस गेंद लाये
बंसी की मधुर धुन पर
हुआ चमत्कार
कान्हा का हुआ जयजयकार
पावन हो गई यमुना
रेखा जोशी
मर्दन कर कालिया का
वापिस गेंद लाये
बंसी की मधुर धुन पर
हुआ चमत्कार
कान्हा का हुआ जयजयकार
पावन हो गई यमुना
रेखा जोशी
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