झूम रहे
पेड़ों की
शाखाओं पर
रंग बिरंगे फूल
हौले हौले
बह रही
संगीतमय लहर
दे रही हिलोरे
मदमस्त पवन
गा रहे गीत
शाखाओं पर
रंग बिरंगे फूल
मुस्कुराते हुए
खिलखिला रहे है
शाखाओं पर
रंग बिरंगे फूल
खिल कर बिखरना
नियति है इनकी
बिखरने दो इन्हे
धरा के आँचल में
सृजन होगा
महकेगे फिर से
शाखाओं पर
रंग बिरंगे फूल
रेखा जोशी
पेड़ों की
शाखाओं पर
रंग बिरंगे फूल
हौले हौले
बह रही
संगीतमय लहर
दे रही हिलोरे
मदमस्त पवन
गा रहे गीत
शाखाओं पर
रंग बिरंगे फूल
मुस्कुराते हुए
खिलखिला रहे है
शाखाओं पर
रंग बिरंगे फूल
खिल कर बिखरना
नियति है इनकी
बिखरने दो इन्हे
धरा के आँचल में
सृजन होगा
महकेगे फिर से
शाखाओं पर
रंग बिरंगे फूल
रेखा जोशी
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