Monday, 1 June 2015

घर आजा तू मेरे सनम

रात  चाँदनी  शीतल पवन
घर  आजा  तू  मेरे  सनम

तुझको  बुलाए  ठंडी हवाएँ
आँचल मेरा उड़  उड़  जाए
शीतल पवन अगन लगाये
घर  आजा तू   मेरे  सनम

सूने नैना तुम  बिन सजन
राह  निहारे  पागल  नयन
अब तो तू आ भी जा बलम
घर  आजा  तू   मेरे  सनम

रात  चाँदनी   शीतल पवन
घर  आजा  तू   मेरे  सनम

रेखा जोशी

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