मुक्तक
उतर आये ज़मीन पर सितारे मेरे लिये
खिल उठी बगिया में अब बहारें मेरे लिये
चाँद सूरज सी यह दुनिया जगमगाने लगी
लाये संग तुम यह सब नज़ारे मेरे लिये
रेखा जोशी
उतर आये ज़मीन पर सितारे मेरे लिये
खिल उठी बगिया में अब बहारें मेरे लिये
चाँद सूरज सी यह दुनिया जगमगाने लगी
लाये संग तुम यह सब नज़ारे मेरे लिये
रेखा जोशी
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