प्यार का दर्द यहाँ आज छुपा रक्खा है
प्यार तेरा हमने अब महका रक्खा है
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क्या कहें हो तुम साजन अब तो रब अपना
आज दिल में अपने प्यार बसा रक्खा है
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होश में गर हम होते अब सुन लो साजन
जान से भी बढ़ कर प्यार सदा रक्खा है
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बिन सजन के अब कैसे हम ज़िन्दा रहते
याद ने आ कर हमको तड़पा रक्खा है
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छोड़ कर तुम न हमे आज चले फिर जाना
दिल हमारा तुमने अब धड़का रक्खा है
रेखा जोशी
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