Saturday, 13 June 2015

वफ़ा ने हमारी पुकारा बहुत है

यहाँ साथ तेरा गवारा बहुत है 
हमें आज तेरा सहारा बहुत है
… 
करें क्या हमारे सहारे सजन तुम 
जहाँ में हमे आज मारा बहुत है
… 
न जाओ अकेले हमें छोड़ कर तुम 
वफ़ा ने हमारी पुकारा बहुत है 
… 
न जाने कहाँ तुम चले छोड़ हम कर
यहाँ दिल हमारा बिचारा बहुत है
....
कभी तो इधर देख साजन हमे अब 
यहाँ ज़िंदगी को निखारा  बहुत है

रेखा जोशी




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