हमीं मरते रहे तुम पर किया तुमने किनारा है
चले आओ सजन तुम को यहाँ हमने पुकारा है
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कभी चाहा नही दौलत हमारे पास हो साजन
हमे इक साथ तेरा ही हमेशा से गवारा है
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नही कोई हमारा अब यहाँ पर साथ देता जो
मिला इक प्यारजो तेरा दिया जिसने सहारा है
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चलो चलते सजन उस पार दुनियाँ के अकेले हम
निभाना प्यार का रिश्ता सजन तुमने हमारा है
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अभी तो रात ढलने में बहुत है देर अब साजन
खुदाया आज मिलने का किया उसने इशारा है
रेखा जोशी
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