लावणी छंद
उपवन खिलते फूल फूल जब रंगीन छटा मन भाये
शीतल समीर दे हिचकोले मन मोरे सजन समाये
आये अँगना मोरे सजना हर्षाया हमारा जिया
है नैनो में सपने तेरे साँवरिया सलोने पिया
रेखा जोशी
उपवन खिलते फूल फूल जब रंगीन छटा मन भाये
शीतल समीर दे हिचकोले मन मोरे सजन समाये
आये अँगना मोरे सजना हर्षाया हमारा जिया
है नैनो में सपने तेरे साँवरिया सलोने पिया
रेखा जोशी
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