ज़िंदगी में आप आये साथ है स्वीकार
मिल गया हम को सजन सारा यहाँ संसार
......
गर हमे तुम छोड़ दोगे डूब जायें आज
हाथ अब पतवार थामो ले चलो उसपार
…
ढूँढ़ते हम ज़िंदगी को आज आई शाम
तुम मिले हम को मिला दोनों जहाँ का प्यार
…
आज तेरा नाम लेकर पी लिया अब जाम
साथ तेरे हम चलें कर साज ओ श्रृंगार
…
मान लो तुम है अधूरी ज़िंदगी अभिशाप
हाथ थामा आज जो तुमने किया उपकार
रेखा जोशी
मिल गया हम को सजन सारा यहाँ संसार
......
गर हमे तुम छोड़ दोगे डूब जायें आज
हाथ अब पतवार थामो ले चलो उसपार
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ढूँढ़ते हम ज़िंदगी को आज आई शाम
तुम मिले हम को मिला दोनों जहाँ का प्यार
…
आज तेरा नाम लेकर पी लिया अब जाम
साथ तेरे हम चलें कर साज ओ श्रृंगार
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मान लो तुम है अधूरी ज़िंदगी अभिशाप
हाथ थामा आज जो तुमने किया उपकार
रेखा जोशी
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