हाथ थामें दूर साजन आज जाना
साथ दे कर प्यार को अब तुम निभाना
....
राह मुश्किल ज़िंदगी की जान लो तुम
छोड़ कर अब तुम हमें मत दूर जाना
....
जब कभी भी राह में आये मुसीबत
थाम लेना तुम हमें अपना बनाना
…
ख़्वाब जो हम को दिखाये ज़िंदगी ने
तोड़ कर फिर तुम उसे वापिस न जाना
…
ज़ख्म हमको इस ज़माने ने दिये अब
ज़िंदगी मेरी गई बन इक फ़साना
रेखा जोशी
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राह मुश्किल ज़िंदगी की जान लो तुम
छोड़ कर अब तुम हमें मत दूर जाना
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जब कभी भी राह में आये मुसीबत
थाम लेना तुम हमें अपना बनाना
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ख़्वाब जो हम को दिखाये ज़िंदगी ने
तोड़ कर फिर तुम उसे वापिस न जाना
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ज़ख्म हमको इस ज़माने ने दिये अब
ज़िंदगी मेरी गई बन इक फ़साना
रेखा जोशी
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