जाग जाओ देश मिलकर है बचाना
नींद में सोये हुओं को है जगाना
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साँस दुश्मन को मिटा कर आज लेंगे
साथ मिलकर है बुराई को मिटाना
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मिट गये है देश पर लाखो सिपाही
आज कुर्बानी ज़माने को बताना
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देश के दुश्मन छिपें घर आज अपने
पाठ उनको ढूँढ कर अब है पढ़ाना
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प्यार से मिलकर रहें आपस सदा हम
आज मिलकर देश को आगे बढ़ाना
रेखा जोशी
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