मिल गये गर हमें तुम मिले ज़िंदगी
जो बहारें मिले तो खिले ज़िंदगी
ज़िंदगी कुछ नहीं गर न हम तुम मिले
साथ तेरे सजन फिर चले ज़िंदगी
रेखा जोशी
जो बहारें मिले तो खिले ज़िंदगी
ज़िंदगी कुछ नहीं गर न हम तुम मिले
साथ तेरे सजन फिर चले ज़िंदगी
रेखा जोशी
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