बेटी बन इक नन्ही परी मेरे अंगना में आई
महक उठा घर जब से वो मेरे अंगना में आई
खिली खिली सी धूप है उसकी प्यारी मुस्कुराहट
भर दिया उजाला जब से मेरे अंगना में आई
रेखा जोशी
महक उठा घर जब से वो मेरे अंगना में आई
खिली खिली सी धूप है उसकी प्यारी मुस्कुराहट
भर दिया उजाला जब से मेरे अंगना में आई
रेखा जोशी
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