रचना हूँ मै
रचयिता हो तुम
हे माता शैलपुत्री
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पूजते तुम्हे
जगत की जननी
गौरजा दुर्गा
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नव दिन है
नवरात्री पूजन
कन्या की पूजा
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कन्या भ्रूण की
किसलिए आखिर
घोंट दी सांस
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बिना आवाज़
बेरहम समाज
मार दी गई
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रचना हूँ मै
रेखा जोशी
कन्या की पूजा
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कन्या भ्रूण की
किसलिए आखिर
घोंट दी सांस
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बिना आवाज़
बेरहम समाज
मार दी गई
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रचना हूँ मै
रचयिता हो तुम
हे माता शैलपुत्री
रेखा जोशी
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