Wednesday, 15 October 2014

न्याय की देते दुहाई

न किसी ने
उन लोगों को
उस घर में आते देखा
न किसी ने
उन लोगों को
वहां से जाते देखा
रात ही में
उस लडकी ने
कर आत्महत्या ली
सुबह सवेरे
कोहराम मचा
रो रहे थे माँ बाप
हुई इकट्ठी
भीड़ वहां पर
आई पुलिस भी वहां
मीडिया भी
शोर मचा शहर में
आक्रोश था
गली गली में
सहानुभूति जताने
कुछ लोग वहां
शामिल थे भीड़ में
घडयाली आंसू लिए
भेड़िये थे
इंसान के रूप में
न्याय की देते दुहाई

रेखा जोशी 

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