जीवन की दौड़ में देखों बिखरते रिश्ते
पाषाण हृदय लिये देखो घूमते रिश्ते
हो रहे लहूलुहान रिश्ते इस दुनियाँ में
पत्थर की बैसाखियाँ लिये चलते रिश्ते
रेखा जोशी
पाषाण हृदय लिये देखो घूमते रिश्ते
हो रहे लहूलुहान रिश्ते इस दुनियाँ में
पत्थर की बैसाखियाँ लिये चलते रिश्ते
रेखा जोशी
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