गीतिका
हम सजन रोये बहुत फिर
बिन रहे तेरे सजन फिर
..
लाख माँगा प्यार तुमसे
दर्द ना समझे सजन फिर
..
थाम मेरा हाथ ले अब
कब चलें जायें सजन फिर
..
तुम चलो गर साथ मेरे
यह सफर भाये सजन फिर
..
नासमझ नादान हो तुम
प्यार ना जाने सजन फिर
..
रेखा जोशी
हम सजन रोये बहुत फिर
बिन रहे तेरे सजन फिर
..
लाख माँगा प्यार तुमसे
दर्द ना समझे सजन फिर
..
थाम मेरा हाथ ले अब
कब चलें जायें सजन फिर
..
तुम चलो गर साथ मेरे
यह सफर भाये सजन फिर
..
नासमझ नादान हो तुम
प्यार ना जाने सजन फिर
..
रेखा जोशी
No comments:
Post a Comment