सूनी सूनी सी
बेमतलब आवारा सी
हो गई यह ज़िंदगी
कौन है तेरा यहाँ
पूछे जो कभी हाल तेरा
अपनी ही धुन में सबकी
चली जा रही है ज़िंदगी
बेमतलब आवारा सी
हो गई यह ज़िंदगी
पागल मन
टीस सीने में दबाये
खुद ही हँसे रोये मन में अपने
और कभी
खुद अपने से ही बात करे
तन्हा तन्हा आज
बेमतलब आवारा सी
हो गई यह ज़िंदगी
रेखा जोशी
बेमतलब आवारा सी
हो गई यह ज़िंदगी
कौन है तेरा यहाँ
पूछे जो कभी हाल तेरा
अपनी ही धुन में सबकी
चली जा रही है ज़िंदगी
बेमतलब आवारा सी
हो गई यह ज़िंदगी
पागल मन
टीस सीने में दबाये
खुद ही हँसे रोये मन में अपने
और कभी
खुद अपने से ही बात करे
तन्हा तन्हा आज
बेमतलब आवारा सी
हो गई यह ज़िंदगी
रेखा जोशी
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