नहीं पास नफरत यहाँ चाहता हूँ
सदा प्यार का मै जहाँ चाहता हूँ
…
नही चाहिये चाँद तारे मुझे सब
सदा आसमाँ अब खुला चाहता हूँ
…
न दामन उड़ाओ यहाँ पर हवाओ
ख़ुशी की लहर अब कहाँ चाहता हूँ
....
किसी रोज़ आ कर सजन देख लो अब
सदा प्यार में अब वफ़ा चाहता हूँ
…
न चाहा कभी प्यार हमने सजन
नही साथ तेरा यहाँ चाहता हूँ
रेखा जोशी
ख़ुशी की लहर अब कहाँ चाहता हूँ
....
किसी रोज़ आ कर सजन देख लो अब
सदा प्यार में अब वफ़ा चाहता हूँ
…
न चाहा कभी प्यार हमने सजन
नही साथ तेरा यहाँ चाहता हूँ
रेखा जोशी
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