बात दिल की ज़ुबाँ पर धरी रह गई
इक कहानी मगर अनकही रह गई
…
दिल मचलता हुआ कब कहाँ खो गया
प्यास दिल की अधूरी अभी रह गई
…
यूँ चले क्यों गये छोड़ कर तुम हमे
मै सफर में अकेली खड़ी रह गई
…
अब न जाना हमें तड़पा' कर तुम कभी
ज़िंदगी में अधूरी ख़ुशी रह गई
…
वार दी अब सजन प्यार पर ज़िंदगी
प्यार बिन कुछ नही ज़िंदगी रह गई
इक कहानी मगर अनकही रह गई
…
दिल मचलता हुआ कब कहाँ खो गया
प्यास दिल की अधूरी अभी रह गई
…
यूँ चले क्यों गये छोड़ कर तुम हमे
मै सफर में अकेली खड़ी रह गई
…
अब न जाना हमें तड़पा' कर तुम कभी
ज़िंदगी में अधूरी ख़ुशी रह गई
…
वार दी अब सजन प्यार पर ज़िंदगी
प्यार बिन कुछ नही ज़िंदगी रह गई
रेखा जोशी
No comments:
Post a Comment