हाइकु
हूँ मै खामोश
हूँ मै खामोश
हलचल भीतर
शांत सागर
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शांत सागर
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इक हूक जो
है सीने में उठती
है सीने में उठती
ज्वालामुखी सी
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था प्यार किया
हूँ पर तन्हा तन्हा
हूँ पर तन्हा तन्हा
दिल से चाहा
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प्रेम कठिन
सच्ची प्रीत निभाना
सच्ची प्रीत निभाना
सजन बिन
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खुले जो लब
मुहब्बत दिल में
आवाज़ गुम
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नही है शब्द
धड़कन में तुम
हुई निशब्द
रेखा जोशी
रेखा जोशी
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