तुम मेरे
मनमंदिर में आन बसे
हर पल हो साथ
तुम मेरे
मेरी निराशा को
देते हो बदल
आशा में
होती जब उदास
ले आते हो
मुस्कान होंठों पर
तुम मेरे
पल पल
देते हो सहारा
जला कर मनमंदिर में
दीप आशा के
हे ईश मेरे
तुम सिर्फ तुम
संवारते हो ज़िंदगी मेरी
रेखा जोशी
मनमंदिर में आन बसे
हर पल हो साथ
तुम मेरे
मेरी निराशा को
देते हो बदल
आशा में
होती जब उदास
ले आते हो
मुस्कान होंठों पर
तुम मेरे
पल पल
देते हो सहारा
जला कर मनमंदिर में
दीप आशा के
हे ईश मेरे
तुम सिर्फ तुम
संवारते हो ज़िंदगी मेरी
रेखा जोशी
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